Aries Daily Horoscope: मेष वालों के लिए कैसा रहेगा 6 जून का दिन? Aaj ka Mesh Rashifal, Prediction, Love, career, Health 6 June 2025, Hindi.
IPL 2025 : आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने आखिरकार अपना 18 साल पुराना सपना पूरा कर लिया है. आरसीबा की टीम ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पंजाब किंग्स को फाइनल में 6 विकेट से हराकर 18 साल बाद अपना पहला आईपीएल खिताब जीता. इस ऐतिहासिक जीत के बाद, टीम के पूर्व मालिक विजय माल्या ने राज शमनी के साथ एक पॉडकास्ट के दौरान RCB से जुड़ी अपनी पुरानी यादें ताजा की और अपनी कुछ अधूरी ख्वाहिशें भी बतायी.“अगर ये चार खिलाड़ी टीम में होते, तो ट्रॉफी RCB ही जीतती”राज शमानी के पॉडकास्ट पर बातचीत के दौरान जब विजय माल्या से पूछा गया कि अगर RCB ऑक्शन में किसी भी खिलाड़ी को चुन सकती, तो वो किन खिलाड़ियो को अपनी टीम में लेना पसंद करते. इस सवाल के जवाब में माल्या ने बिना देर किए चार भारतीय खिलाड़ियों के नाम बता दिए जिन्हें वह अपनी टीम में देखना चाहतें है.वो चार खिलाड़ी हैं, भारतीय तेज गेंदबाद जसप्रीत बुमराह, मिस्टर 360 सूर्यकुमार यादव, इस समय भारतीय टीम के उप्कप्तान ऋषभ पंत और बेंगलूरू ब्वॉय केएल राहुल.माल्या ने पॉडकास्ट में आगे कहा ,“अगर मेरे सपने सच हो सकते, तो जसप्रीत बुमराह, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत और केएल राहुल ये चार खिलाड़ी आरसीबी की टीम में होते, फिर किसी और खिलाड़ी की जरूरत ही नहीं होती और आईपीएल की ट्रॉफी आरसीबी ही जीतती.”आप को बता दें कि ये चारों खिलाड़ी फिलहाल भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे अहम खिलाड़ियों में गिने जाते हैं. जसप्रीत बुमराह, ऋषभ पंत और सूर्यकुमार यादव तीनों ही खिलाड़ी 2024 में भारत को T20 वर्ल्ड कप जिताने वाली टीम का हिस्सा थे और अब आने वाले सालों ये तीनों ही खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट टीम की रीढ़ माने जा रहे हैं.केएल राहुल को कभी RCB की टीम में शामिल किया गया था, लेकिन बाद में वह आरसीबी से निकलकर दूसरी टीमों का हिस्सा बन गए थे. वहीं ऋषभ पंत, जसप्रीत बुमराह और सूर्यकुमार जैसे खिलाड़ी ने अभी तक RCB की टीम में नहीं खेलें हैं.“कोहली को चुनना गर्व की बात थी”हालांकि विजय माल्या को इन चार खिलाड़ियों को कभी टीम में शामिल करने का मौका नहीं मिला, लेकिन इस पॉडकास्ट में उन्होंने विराट कोहली को लेकर अपनी भावनाएं खुलकर सामने रखीं.माल्या ने कहा कि जब उन्होंने 2008 में RCB की शुरुआत की थी, तब उन्होंने एक युवा खिलाड़ी के रूप में विराट कोहली को चुना था. आज 18 साल बाद कोहली वही खिलाड़ी हैं जिन्होंने आरसीब की टीम को चैंपियन बनाया है.विजय माल्या ने RCB के आईपीएल खिताब अपने नाम करने के बाद अपने X प्रोफाइल (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा,“जब मैंने RCB की टीोम बनाई थी, तब मेरा सपना था कि IPL की ट्रॉफी बेंगलुरु आए. मुझे आज के समय में क्रिकेट के सबसे महान खिलाड़ी विराट कोहली को एक युवा के रूप में चुनने का सौभाग्य मिला था और ये बहुत बड़ी बात है कि उन्होंने 18 साल तक टीम का साथ दिया और आरसीबी में ही खेलते रहे.”
बारिश का मौसम अपने साथ कई तरह की एलर्जी लेकर आता है। जो लोग पहले से किसी एलर्जी से पीड़ित हैं, उनके लिए समस्या और भी बढ़ जाती है। इस मौसम में बढ़ी हुई नमी और गर्मी के कारण फंगस और बैक्टीरिया पनपते हैं, जो एलर्जी को ट्रिगर कर सकते हैं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एकेडमिक मेडिसिन एंड फार्मेसी में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, भारत की लगभग 20-30% आबादी हमेशा किसी-न-किसी एलर्जी संबंधी बीमारी से पीड़ित रहती है। इनमें अस्थमा, एलर्जिक राइनाइटिस, एटोपिक डर्मेटाइटिस, फूड एलर्जी और ड्रग एलर्जी शामिल हैं। हालांकि अगर हम एलर्जी के कारण और लक्षणों को समझ लें, साथ ही कुछ सावधानियां बरतें तो बिना किसी परेशानी के मानसून का आनंद लिया जा सकता है। तो चलिए, आज जरूरत की खबर में हम बात करेंगे कि मानसून के समय एलर्जी होने के क्या कारण हैं। साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: डॉ. एस. जेड. जाफरी, पल्मोनोलॉजिस्ट और एलर्जिस्ट, इंदौर सवाल- मानसून में एलर्जी क्यों बढ़ जाती है? जवाब- बारिश के मौसम में नमी (Humidity) बहुत ज्यादा हो जाती है। ये नमी बैक्टीरिया और फंगस के लिए अनुकूल माहौल बना देती है। हवा में इनकी मात्रा बढ़ने से सांस, स्किन और आंखों से जुड़ी एलर्जी के मामले बढ़ जाते हैं। इसके कारण अस्थमा से पीड़ित लोगों को सांस लेने में और भी परेशानी हो सकती है। नीचे दिए ग्राफिक समझिए कि मानसून के दौरान किस तरह की एलर्जी का खतरा बढ़ जाता है। सवाल- मानसून में किन चीजों से एलर्जी का खतरा होता है? जवाब- हवा में बढ़ी हुई नमी, गंदगी और बंद जगहों में मौजूद बैक्टीरिया, फंगस और कीड़े-मकोड़े एलर्जी के खतरे काे बढ़ा देते हैं। घर और आसपास की गंदगी व नमी एलर्जेन्स को बढ़ावा देती है, जिससे सांस लेने में परेशानी, स्किन रैशेज और इन्फेक्शन जैसे लक्षण उभर सकते हैं। इसके अलावा कुछ खास चीजें एलर्जी का खतरा और बढ़ा देती हैं, जिन्हें जानना और उनसे बचाव करना जरूरी है। जैसेकि- सवाल- मानसून में एलर्जी का खतरा सबसे ज्यादा किसे होता है? जवाब- वैसे तो मानसून में एलर्जी किसी को भी हो सकती है। लेकिन कुछ लोगों को इसका खतरा ज्यादा रहता है। जैसेकि- सवाल- मानसून में होने वाली एलर्जी के क्या लक्षण हैं? जवाब- मानसून एलर्जी के लक्षण मामूली लग सकते हैं। लेकिन समय रहते इलाज न हो तो ये गंभीर रूप ले सकते हैं। इसलिए शुरुआती संकेतों को नजरअंदाज न करें। नीचे दिए ग्राफिक से इसके लक्षण समझिए- सवाल- मानसून में स्किन एलर्जी और खुजली क्यों होती हैं? जवाब- मानसून में स्किन से जुड़ी समस्याएं आम हो जाती हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह लगातार गीला रहना, साफ-सफाई में लापरवाही और बारिश के पानी में मौजूद गंदगी होती है। नमी के कारण स्किन पर बैक्टीरिया और फंगस आसानी से पनपते हैं। इससे एलर्जी की समस्या बढ़ जाती है। इसके अलावा गीले कपड़े देर तक पहनने से अंडर-आर्म्स, कमर और जांघों के बीच फंगल इन्फेक्शन हो सकता है। बारिश में बाहर निकलने पर लोग भीग जाते हैं और जब बारिश रुकती है तो उमस से पसीना आने लगता है। इन दोनों ही स्थितियों में स्किन पर बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। यही वजह है कि इस मौसम में स्किन से जुड़ी कई अन्य समस्याएं देखने को मिलती हैं। सवाल- मानसून एलर्जी से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखें? जवाब- इस मौसम में थोड़ी सी लापरवाही भी एलर्जी का कारण बन सकती है। खासतौर पर जब कपड़े गीले रह जाते हैं, घर में सीलन होती है या स्किन को सही तरीके से साफ नहीं किया जाता है। हालांकि अगर कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखा जाए तो इससे काफी हद तक बचा जा सकता है। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए- सवाल- मानसून में एलर्जी होने पर क्या करना चाहिए? जवाब- इसके लिए सबसे पहले लक्षणों को पहचानें। अगर लगातार छींक आ रही हैं, नाक बह रही है, आंखों में खुजली है या स्किन पर दाने हैं तो समझिए यह कोई एलर्जी हो सकती है। अगर लक्षण हल्के हैं तो घर में साफ-सफाई पर खास ध्यान दें। फफूंद से बचें और घर को सूखा रखें। बाहर से आने पर तुरंत कपड़े बदलें और नहा लें। अगर ये उपाय काम नहीं आ रहे हैं या लक्षण गंभीर हो रहे हैं तो तुरंत किसी डॉक्टर से सलाह लें। वे आपको सही दवा और बचाव के तरीके बता पाएंगे। याद रखें सही समय पर इलाज और बचाव से एलर्जी को बढ़ने से रोका जा सकता है। सवाल- क्या खाने-पीने से एलर्जी के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है? जवाब- पल्मोनोलॉजिस्ट और एलर्जिस्ट डॉ. एस. जेड. जाफरी बताते हैं कि हां, आंवला, संतरा, नींबू, कीवी और अमरूद जैसे विटामिन C रिच फ्रूट्स एलर्जी से लड़ने में मदद करते हैं। दही, छाछ और लस्सी जैसे प्रोबायोटिक फूड्स पाचन ठीक रखते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। हल्दी और अदरक में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण एलर्जी के लक्षणों को कम कर सकते हैं। वहीं गुनगुना पानी शरीर से टॉक्सिन निकालने और स्किन को हाइड्रेट रखने में मदद करता है। इसके अलावा एलर्जी से बचने के लिए ज्यादा तेल-मसाले वाला खाना, बासी खाना, बाहर की खुली चीजें, प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड बिल्कुल न खाएं। ये चीजें एलर्जी को ट्रिगर कर सकती हैं। ........................... जरूरत की ये खबर भी पढ़िए जरूरत की खबर- मानसून से पहले घर को करें वाटरप्रूफ: न कराने से हो सकते हैं 6 नुकसान, अपनाएं 7 तरीके, बरतें 5 सावधानियां मानसून की बौछारें जितनी सुकून भरी लगती हैं, घर के लिए उतनी ही परेशानियां भी लेकर आती हैं। बारिश के पानी से घर की दीवार और छत कमजोर हो सकती है। साथ ही इससे नमी और फफूंदी लग सकती है। यह न केवल घर की बनावट को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि परिवार की सेहत पर भी बुरा असर डालता है। पूरी खबर पढ़िए...
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
© India News 20. All Rights Reserved. Design by PPC Service